जब ठंडी हवाएं चलती हैं, तो शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं क्योंकि ठंडी हवा के कारण रक्त की दौड़ में कमी हो जाती है, इससे सबसे अधिक असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है, और हाथ और पैरों में ब्लड क्लॉट बन सकता है, इस कारण हाथ और पैरों में सूजन होता हैं ।
सर्दियों में पैरों की उंगलियां में क्यों सूजने आनें लगती हैं?
- जब ठंडी हवा चलती है, तो पेरो की उंगलियों में सुजन (सूजन) होने की वजह होती है क्यों कि ठंडक के कारण रक्त वाहिनीयों में सूजन होती है। ठंडक के असर से रक्त वाहिनीयों में शिराबंधी होती है और खून का सही तरीके से बहाव कम हो जाता है, जिसकी वजह से उंगलियों में सुजान आ सकती है।
- इसके अलावा, ठंडक के मौसम में रक्त वाहिनीयों में रुकावत भी हो सकती है, जिसकी उंगलियों में और भी अधिक सुजान हो सकती है। ठंडक से संचित होकर रक्त वाहिनीयों में क्लॉट (ब्लड क्लॉट) भी बन सकता है, जिसकी उंगलियों में सुजान का करण बन सकता है।
सर्दियों में हाथो की उंगलियां में क्यों सूजने आनें लगती हैं?
- ठंडक से रक्तवाहिनियों का संकुचन
- जब ऊतकों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है तो हाथ सूज सकते हैं या फूले हुए हो सकते हैं।
- शरीर के अंगो तक ठीक से ब्लड सप्लाई न हो तो सूजन की परेशानी हो सकती है. दरअसल सर्दियों के दिनों में लोग पानी पीना कम कर देते हैं, जिसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और सूजन की परेशानी होने लगती है. ठंड में चलना-फिरना कम हो जाता है, ये भी सूजन की वजह बनता है.
सूजन खत्म करने के लिए क्या करना चाहिए?
- नमक और पानी:
सूजन को कम करने के लिए नमक और गर्म पानी फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए दिन में 2-3 बार गर्म पानी में नमक मिलाकर उस पानी को शरीर के सूजन वाले हिस्से पर डालें। इससे सूजन जल्दी कम हो जाती है।
- टी-ट्री ऑयल:
टी ट्री ऑयल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए प्रभावित क्षेत्र पर टी ट्री ऑयल लगाएं। इससे जल्दी आराम मिलता है।
- हल्दी और शहद का लेप:
हल्दी और शहद दोनों ही एंटीबैक्टीरियल है और दोनों ही त्वचा में सूजन को करने में मददगार है। उंगलियों में सर्दी लग जाने पर कच्ची हल्दी को पीस कर शहद में मिलाएं और इसे अपनी उंगलियों पर लगाएं। ये आपके दर्द और सूजन को कम करने में मददगार है।